बुधवार, 16 जनवरी 2019

कीर्तिप्रभा न्यूज नेटवर्क मकर संक्रांति पर जगह-जगह सजे मेले, बांटा गया प्रसाद

कीर्तिप्रभा न्यूज नेटवर्क
रीवा। जिले भर में मकर संक्रांति के अवसर पर जगह-जगह मेले का आयोजन किया गया। हालांकि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भगवान सूर्य नारायण मकर संक्रांति में शाम के समय मकर राशि में प्रवेश किए लेकिन फिर भी आज लोगों ने भोर में उठकर सुबह-सुबह भगवान के दर्शन करने के उपरांत ही अपने काम में लागे। शहर के विभिन्न मंदिरों में आज सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा जो देर रात्रि तक चलता रहा। यहां पर लोगों ने अपने अपने ईष्टदेव की पूजा-अर्चना करने के बाद घरों में पहुंचकर पतंगबाजी का मजा लिया तथा दही व चूड़ा आदि का प्रसाद बनाकर भगवान को भोग लगाकर उन्हे अर्पण कर खुद भी प्रसाद पाया।
 गौरतलब है कि सोमवार को शायं सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर  े मकर संक्रांति पर्व धूमधाम से मनाया गया। लोग शहर के किला स्थित भगवान महामृत्युंजय के दर पर पहुंचकर   हर-हर महादेव के नारे लगाकर भगवान भोलेनाथ की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना किया।  शहर के महामृत्युंजय मंदिर किला परिसर में हजारों की तदाद में भक्त मकर संक्रांति पर्व पर उमडे और वे पूजा-अर्चना करने के साथ ही मेले का आनंद भी उठाया।  भक्तों की भीड़ को देखते हुए किला प्रशासन और पुलिस एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को सुविधा बनाने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे  तो वहीं मेला स्थल में किसी भी तरह की समस्या न हो इसके लिए पुलिस को लगातार पहरा दिखाई दिया।
जगह-जगह सजे मेले , क्योंटी में लाखों की भीड़
वैसे तो मकर संक्रांति पर्व पर शहर किला परिसर में मेला लगने के साथ ही देवतालाब के शिव मंदिर में विशाल मेला  लगा रहा। परन्तु सबसे विशाल मेला क्योटी में देखनें को मिला जहां हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी लाखों लोग पहुंचकर न सिर्फ मेले का आनंद लिया बल्कि क्योटी जल प्रपात और गढ़ी में घूमते हुए नजर आए। यहां पर पहुंचकर मीडियाकर्मियों ने पूरे परिसर का जायजा लिया। जहां पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए गढ़ पुलिस के साथ ही सिरमौर पुलिस के जवान भी उपस्थित रहे। वहीं जिले भर से आज लोगों मेला करने पहुंचे थे।  इसके साथ ही  बिरसिंहपुर, गुढ़ के कष्टहर नाथ, कोठी कम्पाउंड के मनकामेश्वर देवालय में भक्त पहुंचें और उक्त मंदिरों में मेला  में खरीदी भी की ।
मकर संक्रांति पर्व पर तिल और गुड़ से बनने वाले लड्डू का विशेष महत्व  रहा और सोमवार को घर-घर में न सिर्फ लड्डू बनाए गए  बल्कि मेला में भी इसकी दुकानें व्यापारी  लगा रखे थे। जहां मेला में पहुंचने वाले लोग तिल और गुड़ के लड्डी की खरीदी करके प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण किया।  विंध्य क्षेत्र में तिल, गुड़ के लड्डू का विशेष महत्व है। जहां विदाई के रूप में भी पिता अपने पुत्रियों के ससुराल भेजते हैं। यही वजह है कि यह पर्व कई मायनों में अहम माना गया है। वहीं शिव मंदिरों में भक्तों द्वारा फूल, बेलपत्र के साथ ही भगवान भोलेनाथ की पसंद चीजों को चढ़ाकर पूजा-अर्चना किया।
दो दिवसीय होगा यह पर्व
इस बार मकर संक्रांति का पर्व दो दिन मनाया जाएगा। पंडितों ने बताया कि मकर संक्रांति सोमवार की शाम से शुरू हो रही है और सूर्य उदयकाल में मंगलवार को मकर संक्रांति पड़ेगी। जिसके चलते सोमवार  और 15 जनवरी को यह पर्व मनाया गया।  मुख्यत: 15 जनवरी को ही विशेष मुहूर्त होने के कारण ज्यादातर लोग इस दिन स्नान-दान आदि करेंगे। इस वर्ष अर्द्घ कुंभ महापर्व भी मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से शुरू हो रहा है। जिसके चलते कई मायनों में यह पर्व महत्वपूर्ण और शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ेगा। विद्वानों की माने तो सूर्य धनु राशि से मकर राशि में मकर संक्रांति से प्रवेश करते हैं। जिसके चलते सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण दिशा की ओर बढऩे लगते हैं और इससे सूर्य का ताप तेज होने के साथ ही दिन भी बड़ा होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अग्रवाल नर्सिंग होम में पुलिस का छापा

अग्रवाल नर्सिंग होम में पुलिस का छापा  कलेक्टर के निर्देश में पुलिस ने की कार्यवाही     भ्रूण परीक्षण के बाद भू्रण हत्या और दफनाने का ...