रीवा। गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के गोरगांव पहडिय़ा में अखिल भारतीय आदिवासी परिषद के तत्वाधान में सामाजिक सम्पर्क अभियान के तहत एक सामाजिक सभा का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि व्यौहारी विधानसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित विधायक माननीय श्री शरद कोल जी थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज में तेजी से आर्थिक और राजनीतिक बदलाव हो रहा है, जब आर्थिक और राजनीतिक बदलाव होता है तो उसका सीधी असर समाज पर पड़ता है- ऐसे में सामाजिक संरचनाएं टूटती हैं और संरचनाओं के टूटने का असर लोगों की मानसिकता पर गहरा प्रभाव डालता है। विधायक जी ने अपनी गूंज उन लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जो समाज के प्रति चिंतित है समाज के बेहतरी के लिये प्रयासरत हैं। जो समाज में कुछ अच्छा कार्य कर रहे हैं, सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिये निवेश की तैयारी कर रहे हैं इसके साथ ही विधायक जी ने समाज के शिक्षिक और सम्पन्न लोगों को हंश की दर्ज दी है। जिस प्रकार से हंस पानी से भरे तालाब में विचरण करते हैं और अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं लेकिन तालाब सूख जाने पर उस तालाब से पलायन कर लेते हैं। इसी प्रकार से समाज के शिक्षित और सम्पन्न लोग भी इन सामाजिक लोगों से दूरियां बना लेते हैं जिनके पास शिक्षा का आभाव, निर्धनता, निरीहता, खासतौर से जिनके पास पहनने के लिये कपड़ा नहीं, रहने के लिये घर नहीं, और जिनके बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं तो ये शिक्षित और सम्पन्न लोग इन गरीब समाज से कोई संबंध नहीं रखते है।
इसके साथ सामाजिक संतुलन तथा, समस्या समाधान के प्रक्रम प्रोसेस को स्वास्थ्यप्रद ढंग से चलाने के लिये समाज में सहयोग एवं संघर्ष की प्रतिक्रिया सदा चलती रहे और समाज को मूल धाराओं से जोडऩे के लिये आने वाली समस्ओं का निराकरण करने के लिये संघर्ष के साथ सदा तत्पर रहना चाहिये। इस सामाजिक सभा में मुख्य रूप से समाज के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता माननीय श्री शेषमणि कोल एड. रवीन्द्र कोल, डॉ0 सी0एल0रावत, तुलसीदार कोल, रामकुशल कोल, रामसुख कोल, मोहनलाल कोल, रमेश कोल, अजय कुमार कोल और गांव के पुरूष एवं बड़ी संख्या में महिलायें उपस्थित रहीं।
इसके साथ सामाजिक संतुलन तथा, समस्या समाधान के प्रक्रम प्रोसेस को स्वास्थ्यप्रद ढंग से चलाने के लिये समाज में सहयोग एवं संघर्ष की प्रतिक्रिया सदा चलती रहे और समाज को मूल धाराओं से जोडऩे के लिये आने वाली समस्ओं का निराकरण करने के लिये संघर्ष के साथ सदा तत्पर रहना चाहिये। इस सामाजिक सभा में मुख्य रूप से समाज के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता माननीय श्री शेषमणि कोल एड. रवीन्द्र कोल, डॉ0 सी0एल0रावत, तुलसीदार कोल, रामकुशल कोल, रामसुख कोल, मोहनलाल कोल, रमेश कोल, अजय कुमार कोल और गांव के पुरूष एवं बड़ी संख्या में महिलायें उपस्थित रहीं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें