उपयंत्रियों सहित सीईओ की सांठगांठ
जनपद सदस्य रूपांजलि चौरसिया का आरोप है कि डभौरा पंचायत में पंचायत खाते में आने वाली राशि सरपंच के पति, सचिव, उपयंत्री व सहायक यंत्री की मिली भगत से हर साल करोडों रूपये का गोलमाल किया जाता है तथा कार्य न कराने के बावजूद भी सरकारी राशि निकाल कर शासन व जनता के साथ धोखाधडी कर रहे है उनका कहना है कि ग्राम पंचायत डभौरा में बिना निर्माण कार्य पूरा कराये ही तकनीकी उप यंत्रियों ने पूरे कार्यों का मूल्यांकन कर दिया है तथा जो सरकारी खजाने से राशि प्राप्त हो रही है उसे फर्जी तरीके से आहरित की जा रही है। ग्राम पंचायत में प्रतिवर्ष बाजार बैठकी, नल जल, पंचायत के भूखंड स्थापन आदि में लाखों रूपये की का दुरूपयोग किया गया है।
सुभाष चन्द्र चौरसिया
रीवा। जिले में बीते 15 वर्षों के दौरान भारतीय जनता पार्टी क कार्यकाल में भ्रष्टचार धोखाधडी और जनता से जुडी हुई योजनाओं में जिस तरीके से बंदरबांट किया गया और पद का दुरूपयोग कर सरकारी संपत्ति को हडपा गया यह भी रीवा के इतिहास के लिए इतिहास ही बनेगा। शहर से लेकर गांव तक के विकास कार्यों के नाम पर सरकारी राशियों का खुलेआम किया गया, विकास कार्य ठप्प पडे हुए है तो वहीं संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी नगर निगम व ग्रामपंचायत के प्रतिनिधियों से सांठ गांठ कर सरकारी पैसौं से गुलचर्रे उडा रहे है इस अंधेरगर्दी में जन प्रतिनिधियों के शामिल होने के कारणा भ्रष्टचारियों दलालों व गुंडागर्दियों से भय खा रहे है।
इसी कडी से जुडा हुआ जवा जनपद पंचायत के सबसे प्रतिशिष्ट ग्राम पंचायत डभरौ का है जिस ग्राम पंचायत की आवादी सबसे उपर होने के कारण इस ग्राम पंचायत में शासन द्वारा हर साल लाखों करोडो रूपये आवंटन के रूप में प्राप्त होते है पर इस ग्राम पंचायत में विकास कितना हुआ यह तो मौके पर देखने से ही पता चल सकता है इस संबंध में डभौरा क्षेत्र की जनपद वदस्य रूपांजल चौरसिया ने ग्राम पंचायत की दुर्दशा व भ्रष्टाचार को लेकर जनपद पंचायत की सदन की बैठक से लेकर आम सभा ग्राम सभा मुख्य कार्यपालन अधिकारी से मौखिक चर्चा के अलावा जनपद के अध्यक्ष से बार बार भ्रष्टाचार की जांच कराने की गोहार लगाती रही किन्तु इस भ्रष्टाचार में सभी की लिप्तता होने के कारण किसी के कान में जूं नहीं उठे और सरकारी राशि को हजम करने वाले ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव खुले आम पंचायत के खाते को खाली कर रहे हैँ।
जनपद सदस्य रूपांजलि चौरसिया का आरोप है कि डभौरा पंचायत में पंचायत खाते में आने वाली राशि सरपंच के पति, सचिव, उपयंत्री व सहायक यंत्री की मिली भगत से हर साल करोडों रूपये का गोलमाल किया जाता है तथा कार्य न कराने के बावजूद भी सरकारी राशि निकाल कर शासन व जनता के साथ धोखाधडी कर रहे है उनका कहना है कि ग्राम पंचायत डभौरा में बिना निर्माण कार्य पूरा कराये ही तकनीकी उप यंत्रियों ने पूरे कार्यों का मूल्यांकन कर दिया है तथा जो सरकारी खजाने से राशि प्राप्त हो रही है उसे फर्जी तरीके से आहरित की जा रही है। ग्राम पंचायत में प्रतिवर्ष बाजार बैठकी, नल जल, पंचायत के भूखंड स्थापन आदि में लाखों रूपये की का दुरूपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सरपंच व सचिव लूट कसोट मनमानी से पंचायत का विकास कार्य ठप्प हो गया है लोगों भीषण गंदगी व पेयजल से झूझना पड रहा हैँ। कलेक्टर से की शिकायत के संबंध जवा मुख्य कार्यपालन अधिकारी का बार बार ध्यान आक्ष्ट कराने के बाद भी कोई कार्यवाही न किये जाने के पीछे भ्रष्टाचार में लिप्तता होना पाया जाता है। उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि ग्राम पंचायत में हुए भष्टाचार की बिन्दुवार जांच राई जाय तथा सरपंच सचिव द्वारा 31 मार्च 2018 को साधू शरण के गार्ड के घर से पुलिया की ओर सडक निर्माण हेतु 750400 रूपये, 5 फरवरी 18 को नाली और पीसी निर्माण हेतु अमित के घर से केशरी बसोर के कार्य के लिए 5्र55000, 10 अगस्त, 2 अक्टूबर 18 के बीच नाली निर्माण राजा भैया के घर से पुलिया तक ग्राम मझियारी में 5968 रूपये, 2 अक्टॅबर 18 को मझियारी बस्ती रोड से रामनेवाज के घर की ओर पीसीसी रोड के लिए 949500 रूपये, 2 अक्टूबर 18 को मझियारी बस्ती रोड से कु़शवाहा के घर तक पीसीसी रोड निर्माण के लिए 455000 तथा रीवा से आशीष केशरवानी के घर तक पीसीसी रोड निर्माण के लिए 682600 रूपये कुल राशि 3893468 रूपये महज 6 महीने के आस पास आहरित कर सरपंच सचिव बंदरबांट कर गये जिसकी जांच कराये जाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा होगा।
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