शनिवार, 22 दिसंबर 2018

शक के दायरे में सम्पत्ति अधिकारी अरूण मिश्रा की नियुक्ति

 रीवा। नगर निगम के चर्चित अधिकारी अरूण मिश्रा की नियुक्ति को लेकर सवाल उठाये जाने लगे है। उनकी नियुक्ति को फर्जी बताया जाकर नगर निगम की एक महिला पार्षद ने आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका आरोप है कि नगर निगम के सम्पति कर अधिकारी अरूण मिश्रा के विरूद्ध हाईकोर्ट में प्रकरण चल रहा है जिस पर उन्होंने स्थगन ले रखा है और हाईकोर्ट के सवाल पर नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा कोई जबाव नहीं दिया जा रहा है। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी नियुक्ति फर्जी है और नगर निगम द्वारा प्रतिमाह शासन को लाखों रूपये का व्यय फालतू में हो रहा है।
नगर निगम में वार्ड 13 की पार्षद नम्रता संजय सिंह ने इस संबंध में संयुक्त संचालन नगरीय प्रशासन एवं प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन सहित संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास रीवा एवं शहडोल संभाग को शिकायती पत्र  भेजा है। उन्होंने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि हाई कोर्ट के स्थगन पर चल रहे सम्पत्ति अधिकारी अरूण मिश्रा के मामले में हाई कोर्ट ने निगमायुक्त एवं नगरीय प्रशासन से इस संबंध में जबाव मांगा है लेकिन हाई कोर्ट को आज दिनांक तक न तो नगर निगम रीवा एवं नगरीय प्रशासन रीवा द्वारा कोई जबाव दिया गया है और न ही नगरीय प्रशासन भोपाल से ही हाईकोर्ट को कोई जानकारी दी गई है। इससे साफ-साफ जाहिर होता है कि श्री मिश्र की नियुक्ति फर्जी तरीके से की गई है। उन्होंने कहा कि अगर हाईकोर्ट को तत्काल जबाव नहीं दिया जाता तो वे धरने पर बैठने के लिए मजबूर होंगी और नगर निगम द्वारा किये जा रहे काले कारानामों को हाईकोर्ट के समक्ष रखेगी।

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