शुक्रवार, 28 दिसंबर 2018

देशी नस्ल की सर्वाधिक दूध देने वाली गाय तथा भैंस पालकों को मिलेगा गोपाल पुरस्कार

रीवा। भारतीय देशी नस्ल के दुधारू पशुओं के पालन को प्रोत्साहित करने के लिये शासन द्वारा गोपाल पुरस्कार दिया जाता है। इसके तहत देशी नस्ल की सर्वाधिक दूध देने वाली गाय तथा भैंस के पालक को जिला स्तर पर 50-50 हजार रूपये का प्रथम पुरस्कार दिया जायेगा। द्वितीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार रूपये तथा तृतीय पुरस्कार के रूप में 15 हजार रूपये की राशि दी जायेगी। सात पशु पालकों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में पांच-पांच हजार रूपये की राशि दी जायेगी। प्रत्येक विकासखण्ड में भी गोपाल पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। विकासखण्ड स्तर पर प्रथम पुरस्कार दस हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार 7500 रूपये तथा तृतीय पुरस्कार के रूप में पांच हजार रूपये की राशि दी जायेगी। गाय पालन तथा भैंस पालन के लिये अलग-अलग पुरस्कार दिये जायेंगे। विकासखण्ड स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा। इस संबंध में उप संचालक पशुपालन डॉ. बीबीएस चौहान ने बताया कि विकासखण्ड स्तर पर एक जनवरी से आठ जनवरी तक प्रतियोगितायें आयोजित की जायेंगी। जिला स्तरीय प्रतियोगिता 14 जनवरी को आयोजित की जायेगी। प्रतियोगिता में शामिल होने के लिये दुधारू गाय तथा भैंस का देशी नस्ल होना अनिवार्य है। गाय के लिये प्रतिदिन चार लीटर या उससे अधिक एवं भैंस के लिये प्रतिदिन छ: लीटर या उससे अधिक दुग्ध उत्पादन होने पर ही प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिलेगा। गोपाल पुरस्कार के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिये पशुपालक अपने निकटतम पशु औषधालय अथवा पशु चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं।

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