मैहर। मैहर क्षेत्र के ग्राम बराखुर्द धान खरीदी केन्द्र में गत दिनो मैहर तहसीलदार ने निरीक्षण किया। कुछ दलाल व्यापारी की धान पूर्णत:बदरायुक्त और कचरायुक्त पाई गई। तहसीलदार ने उसे रिजेक्ट किया। खरीदी केन्द्र में विगत कई सालों से इसी प्रकार की कचरा धान लाकर खरीदी केन्द्र में दी जाती है। इन दलालों के पास नाम के लिये भूमि तो है लेकिन खेती बिल्कुल भी नहीं करते। साथ ही कई गरीब किसान जो खेती करने में असमर्थ हैं उनके खेत का पंजीयन कराकर उन्हें थोड़ा-बहुत लालच देकर उसी पंजीयन में बाहर से लाई हुई धान विक्रय करते हैं। यहां तक कि इन दलालों के कारण वास्तविक किसान अपनी फसल बेचने के लिये परेषान होते हैं। बीते सालों में खरीदी केन्द्र के बारदानों में ही धान बाहर से खरीद कर आधी कचरा धान खरीदी केन्द्र में उतर जाती थी। सही किसानों के द्वारा लाई गई धान को प्रदर्षित कर पीछे से कचरा धान की भरपाई की जाती है। इस प्रकार अल्प उत्पादन वाले क्षेत्र में धान की बंपर खरीदी की जाती है और सबसे पहले दलाल की धान आवक में दर्ज कर षीघ्र भुगतान किया जाता है ताकि दलाल फिर से खरीद सकें। अधिकारी कभी कभार आते हैं तो उन्हें मुहाने में रखी अच्छी धान दिखा दी जाती है। अगर नजर पड़ गई तो उसे किनारे कर 2-4 दिन बाद पुन: धीरे से ले ली जाती है। इस प्रकार यहां दलालों की चांदी है।
विन्ध्य के सफेद शेरों की धरती मे सच की खवरों के लिए विख्यात दैनिक कीर्ति प्रभा की स्थापना 17 सितम्बर 1998 मे तत्कालीन विधान सभा अध्यक्ष श्री युत श्री निवास तिवारी के मार्ग दर्शन मे उनके निज सचिव रमाशंकर मिश्रा के दवारा की गई। तब से अब तक और आने वाले कल मे हम विन्ध्य के हर चप्पे और गतिविधि पर नजर रखना हमारी जिम्मेदारी मे है।
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